इश्क
इश्क था मुझे
तुम से ...
तुम्हें मुझ से l
हां ,इश्क था हमें l
तुम मुझे...
मैं तुम्हें...
चाहती थी l
मेरी चाहत तुम पर
तुम्हारी मुहब्बत मुझ पर
आकर ठहर जाती थी .
मुझे इश्क था तुम्हारी रूह से l
मैं चाहती थी रूह से रूह का मिलन l
तुम्हारा इश्क ,मेरे इश्क से जुदा था ...
तुम्हारे इश्क में छुपी थी वासना ...
जो मेरे समर्पण के आगे ठहर ना सकी ...
इस तरह ...
तुम्हारा इश्क
मेरे इश्क से
विदा हो गया ...
प्रियंका चौधरी परलीका
तहसील नोहर जिला हनुमानगढ़ राजस्थान
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