जिंदाबाद जिन्दगी
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Sunday, August 30, 2020
जख्म
जाते वक्त तुमने
कहा था ...
समय हैं ,हर ज़ख्म का मरहम
भर देगा
समय के साथ,हर ज़ख्म
अफसोस
तुम्हारी बात ग़लत निकली
भरे नहीं जाते
समय के साथ
कुछ ज़ख्म
जो किसी अपने ने दिये है ।
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