Monday, January 4, 2021

ह्रदय

बंजर धरती के 
सीने पर
अंकुरित होता है 
बेमौसम कोई बीज 

ठिक 
उसी तरह
तुम आना 
बिना उम्मीद
बिना संदेश 
बिना आहट के
मेरे हृदय की बंजर धरा पर
मुहब्बत का अंकुर खिलाने ।❤️

प्रियंका चौधरी
4/01/2021

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