Friday, December 11, 2020

भाषा

मुझे आती है
सिर्फ 
इश्क और इंकलाब की भाषा ।
तुम मुझसे
इश्क में बात करो 
या 
इंकलाब में ।
मुझे नहीं आती 
नफरत के ढे़र पर बैठकर 
जाति, धर्म की बातें करना ।
मुझे आती है 
इश्क या इंकलाब की भाषा ।

प्रियंका चौधरी

11/12/2020

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