जिंदाबाद जिन्दगी
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Monday, October 4, 2021
रोना
रोना
किसी
सुख
दुःख
का पर्याय नहीं है।
ना ही रोना
किसी कायरता
और
भावुकता का प्रतीक
रोना एक प्राकृतिक घटना है ।
✍️ प्रियंका चौधरी
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