जिंदाबाद जिन्दगी
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Wednesday, August 25, 2021
इज्जत
मैं
जिन्दा हूं
ऐसे समाज में
जहां
औरत की ऊंची आवाज से ,
लग जाती है ,हर की इज्ज़त दांव पर ।
वहीं
मर्द
बक सकता है
चौराहे पर खड़ा होकर
मां , बहिन के नाम की गालियां ।
प्रियंका चौधरी परलीका
21/08/2021
1 comment:
विकास नैनवाल 'अंजान'
October 6, 2022 at 3:55 AM
सही कहा। विचारणीय पंक्तियाँ।
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सही कहा। विचारणीय पंक्तियाँ।
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