वर्तमान जब इतिहास बनेगा ।
इतिहासकार को नहीं भटकना होगा ।
इतिहास को लिखने के लिए
वर्तमान परिस्थितियों को दर्ज करने के लिए।
तथ्य और साक्ष्य जुटाने के लिए
ना ही करनी पड़ेगी खुदाई ।
इतिहासकार
पुस्तकालय में जाकर
उठा लेगा कविताओं की किताबें
जिसमें
वर्तमान के कवि ने
लिख दी
अपनी भूख
अपनी व्यथा
अपनी मुहब्बत
अपनी संस्कृति
अपनी रिवाज
कविता
अपने अंदर
छुपाये रखती है
वर्तमान कि तमाम परिस्थिति
जो
भविष्य का इतिहास बनेगी।।